माँ होती है जिसके पास, वो दुनिया में सबसे ख़ास। माँ होती है जिसके पास, वो दुनिया में सबसे ख़ास।
तरसता है रब भी उस प्यार के लिए इतना अलौकिक एहसास है माँ। तरसता है रब भी उस प्यार के लिए इतना अलौकिक एहसास है माँ।
ना समझूँ तो समझा देती है, रूठ जाऊं तो मना लेती है। ना समझूँ तो समझा देती है, रूठ जाऊं तो मना लेती है।
पर औरत कोई इन्सान नहीं हैं माँ पर औरत कोई इन्सान नहीं हैं माँ
कोई इलाज़ नहीं अब मेरा, फिर भी बेपरवाह हूं। कोई इलाज़ नहीं अब मेरा, फिर भी बेपरवाह हूं।
लगाना आंखों में काजल ये ख़ुमार जैसी है नज़र से फिर नज़र मिलाना बेकरार जैसी है लगाना आंखों में काजल ये ख़ुमार जैसी है नज़र से फिर नज़र मिलाना बेकरार जैसी है